आज कल की भागती दुनिया में इंसानों के पास वक़्त कहा ......
जहा इन्सान की सिस्किय्यो की कीमत नहीं ...
ये दिल की गहराही से लिखे शब्दों की सिसकिया है .....
जाने कोई समज पायगा की नहीं ....
जहा इंसानियत की कीमत नहीं ....
ये तो फिर एक जज़्बात है दिल के ...
जाने कोई समज पायगा की नहीं ...
आज कल की भागती दुनिया में इंसानों के पास वक़्त कहा ......
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