जाने तुम में क्या बात है .....
तुम कितना ही दूर जाने कि कोशिश करो ....
लकिन फिर भी दिल के मेरे करीब हो ...
जाने तुम में क्या बात है ..
जितनी चाहत है तुमसे ....
उस से ज्यादा तुमसे जुड़े रहने कि चाहता है ....
जाने तुम में क्या बात है ...
तुम से ये जो बेनाम रिश्ता है बना मेरा
दिल कहता है कि हर हाल में ये रिश्ता है निभाना .....
जाने तुम में क्या बात है ...
श्रुति मेहेंदले 10th अगस्त 2009
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