ज़िन्दगी में तुम ....
युही कभी कभी ....
दस्तक दे दिया करो ....
कुछ अनजानी सी ख़ुशी ...
जुडी है तुमसे ...
जो रूह तक को ...
सुकून दे जाती है ...
युही कभी कभी ....
दस्तक दे दिया करो ....
कुछ अनजानी सी ख़ुशी ...
जुडी है तुमसे ...
जो रूह तक को ...
सुकून दे जाती है ...
ये मै भी न जान सकी क्यों ...
लकिन इतना यकी है ...
कि तुम से एक अजीब सा रिश्ता है...
जो हमारी रूह को है जोड़ता ...
श्रुति मेहेंदले 14th फरवरी 2010
3 comments:
nice
हर रंग को आपने बहुत ही सुन्दर शब्दों में पिरोया है, बेहतरीन प्रस्तुति ।s
chidiyon k liye chaawal / paudhon k liye paani / thodi si mohabbat de hum chaahne waalo ko :)))
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